Commissioner Chambal Division : आयुक्त चंबल संभाग की अध्यक्षता में औद्योगिक विकास हेतु समीक्षा बैठक सम्पन्न

आयुक्त चंबल संभाग की अध्यक्षता में औद्योगिक विकास हेतु समीक्षा बैठक सम्पन्न

आयुक्त चंबल संभाग श्री संजीव कुमार झा की अध्यक्षता में एमपीआईडीसी ग्वालियर के तत्वाधान में औद्योगिक विकास हेतु बैठक का आयोजन चम्बल भवन मुरैना के सभाकक्ष में शुक्रवार को किया गया। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास श्री राजेन्द्र सिंह, एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक श्री प्रतुल कुमार सिन्हा, सी.जी.एम श्री डी.के. श्रीवास्तव, पंचायती राज के उप संचालक श्री अशोक निम, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र मुरैना के महाप्रबन्धक श्री अरविंद कुमार माहेश्वरी, मालनपुर के महाप्रबंधक श्री अमित शर्मा, सूर्य इंडस्ट्री मालनपुर के एमडी, सूप्रीम इंडस्ट्री मालनपुर, जे.के. टायर, बनमोर, अंबाशक्ति इंडस्ट्री बनमोर, सीआईआई के अध्यक्ष एवं टोपोलाइट इंडस्ट्री ग्वालियर सीईओ, लघु उद्योग भार्ती के सेक्ट्रेटरी सीए श्री प्रकाश अग्रवाल, चंबल स्टोन असोशिएशन के अध्यक्ष श्री के.के. मित्तल एवं मालनपुर एवं बानमोर के उद्योगपती आदि उपस्थित थे।

बैठक में एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक द्वारा चंबल संभाग के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्रों की अद्यतन स्थिति से आयुक्त श्री संजीव कुमार झा को अवगत कराया। आयुक्त ने भविष्य में किए जाने वाले विकास कार्यों की कार्ययोजना पर चर्चा की। जिसमें आगामी 40-50 वर्षों को ध्यान में रखते हुये चंबल संभाग में औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर उद्योगपतियों से चर्चा की।

औद्योगिक क्षेत्रों में विकास हेतु सुझाव प्रस्तावित किए

उद्योगपतियों ने आयुक्त श्री झा को औद्योगिक क्षेत्रों में विकास हेतु सुझाव प्रस्तावित किए। औद्योगिक क्षेत्र बानमोर, सीतापुर में एक अग्निशमन केंद्र स्थापित के लिये अनुरोध किया। औद्योगिक क्षेत्र सीतापुर में एक पुलिस चौकी स्थापित करने के लिए भी अनुरोध किया गया।

औद्योगिक गेटवे के तौर पर विकसित किए जाने के निर्देश दिये

बैठक में आयुक्त द्वारा चंबल संभाग को मध्यप्रदेश के औद्योगिक गेटवे के तौर पर विकसित किए जाने के निर्देश दिये। आयुक्त द्वारा इस बात पर ज़ोर डाला गया कि चंबल संभाग में औद्योगिक विकास के लिए प्राक्रतिक संसाधन, उद्योगों में काम करने के लिए मानव संसाधन बहुत आसानी से और कम दरों पर उपलब्ध में, सिर्फ उद्योग स्थापित करने वालों को एवं चंबल संभाग में रहने वालों को उद्योगों को विकसित करने की सोच का विकास किया जाना है। औद्योगिक विकास के लिये कौशल विकास एवं संचालन हेतु उद्यमिता विकास पर भी जोर डाला। इस क्षेत्र के नव युवाओं के लिये उद्योग लगाने के लिये विभिन्न कार्यशालायें, सेमिनार करने के सुझाव भी प्राप्त हुए। चम्बल आयुक्त ने कहा कि इस प्रकार की बैठक हर तीन माह में होना चाहिये, ताकि मिडिल क्लास के लोगों को रोजगार मिले, इस क्षेत्र का परिवर्तन हो और कल्चर भी बदले।

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