हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आनंद नगर ए ब्लॉक में जल भराव हो गया । ग्वालियर जो की स्मार्ट सिटी की लिस्ट में आता है की हालत आप देख सकते हैं यह हालत कैसे होती है किन के कारण होती है यह भी आप अनुमान लगा सकते हैं नगर निगम के अधिकारी इस जल भराव का कोई भी परमानेंट उपाय नहीं कर पाए हैं ।
निगम अधिकारियों को बरसात शुरू होने से पहले जो नाले साफ कर देने चाहिए थे वह आज तक नहीं हुए क्योंकि उनके कर्मचारी अपने कर्तव्य का पालन नहीं करते हैं वह तो ऑफिस ही नहीं आते हैं यह कार्य करेगा कौन? क्या आनंद नगर की जनताहर वर्ष इसी प्रकार से परेशान होगी? कर्मचारियों को पैसा लेकर काम करने की आदत लग गई है ।किसी के घर के सामने अगर गटर चौक हो जाए तो कर्मचारी बिना पैसे लिए वह कार्य नहीं करते हैं । पार्षद जी को जब इस समस्या से रूबरू कराया गया तब उन्होंने अपनी व्यथा बताई कि निगम का कोई भी कर्मचारी उनकी बात नहीं मानता है ना सुनता है । करोड़ों रुपया स्मार्ट सिटी के लिए सेंसन होता है लेकिन उसे पैसे को कहां कैसे उपयोग में लाया जाता है यह किसी को नहीं पता । आप देखिए इस खबर को औरअनुमान लगाइए कि भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है